लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार के रोज़ एक बड़ी घोषणा करते हुए होम-गार्ड्स की ड्यूटी को ख़’त्म कर दिया है. इस बात की चर्चा राजनीतिक स्तर पर भी हो रही है. विपक्ष कह रहा है कि एक तरफ़ सरकार को बेरोज़गारी के लिए कुछ करना चाहिए तो दूसरी तरफ़ ये और बेरोज़गारी को बढ़ावा दे रही है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में 25 हजार होमगार्ड बेरोज़गार हो गए हैं.
योगी सरकार ने सोमवार को बजट का हवाला देकर इनकी ड्यूटी ख’त्म कर दी. रिपोर्ट के मुताबिक़, पुलिस के बराबर वेतन किए जाने के बाद बजट का भार बढ़ गया. इसे बैलेंस करने के लिए होमगार्डों की छंटनी हुई है. कानून व्यवस्था में ड्यूटी करने वाले होमगार्डों की संख्या में भी 32 फीसदी तक की कटौती की गई है. एडीजी के आदेश के बाद 25 हजार होमगार्ड की सेवाएं समाप्त हुई हैं.
एडीजी पुलिस मुख्यालय, बीपी जोगदंड ने ये आदेश जारी किया. 28 अगस्त को मुख्य सचिव की बैठक में ड्यूटी समाप्त करने का फैसला लिया गया था. अब तक 40 हजार होमगार्ड्स की ड्यूटी समाप्त की जा चुकी है. होमगार्ड को 25 दिन के बजाय अब 15 दिनों की ही ड्यूटी मिलेगी. उत्तर प्रदेश में 90 हजार से ज्यादा होमगार्ड्स हैं.
अभी हाल में इंडिया टुडे से बात करते हुए योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि होमगार्ड विभाग के लिए आवंटित बजट वर्तमान में नहीं बढ़ाया जा सकता है लेकिन भविष्य में इसे बढ़ाने के लिए क़दम उठाए जाएंगे. आगे सरकार क्या क़दम उठाती है ये तो देखने की बात होगी लेकिन फ़िलहाल तो इस ख़बर ने होम-गार्ड्स की नौकरी करने वालों को निराश किया है.