मदरसे बंद करने और कुंभ मेले का आयोजन करने का माम’ला अब तू’ल पक’ड़ चुका है। बड़े बड़े नेता सोशल मीडिया पर इसको लेकर ब’हस कर रहे हैं, जिसमें AIMIM के प्रवक्ता आसिम वकार का नाम भी शामिल हो गया है। आसिम वकार से जब पूछा गया कि क्या कुंभ मेले और मद’रसे की तुलना करना सही है? तो अपनी बात रख उन्होंने पीएम मोदी द्वारा किए गए वादों को याद दिलाया है। आसिम ने कहा है कि पीएम मोदी ने सरकार बनाते समय कहा था कि वह हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार दिलाएंगे और हर किसी को 15 लाख रुपए मिलेंगे।
आसिम वकार ने कहा,”इस हिसाब से छह साल में 12 करोड़ नौकरियां हो गईं। आप छह करोड़ हिं’दुओं को ही नौकरियां दे दी दीजिए। मु’सलमानों को मत दीजिए। छह करोड़ हिं’दुओं को ही 15-15 लाख रुपए दे दीजिए। फिर आप सारे मद’रसे बं’द कर दीजिए। एक भी मदरसा खुला मत छो’ड़िए। कोई मदर’सा खुला रहा तो मैं खुद बता दूंगा।” मालूम हो कि बीते दिनों असम के शिक्षा और वित्त मंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने कहा था कि उनकी सरकार राज्य में चल रहे सभी सरकारी मदरसों और सं’स्कृत पढ़ाई वाले ‘तोल’ को बंद कर देगी।
Sambit Patra-Asim Waqar
जिसके बाद से ही इस माम’ले को लेकर घमा’सान जारी है। वहीं हिमंत बिस्व शर्मा के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस नेता उदित राज ने ट्वीट कर कहा था, “सरकारी पैसे से किसी ध’र्म की पढ़ाई नहीं की जानी चाहिए और ना ही कर्मकां’ड हों। सरकार का कोई ध’र्म नहीं होना चाहिए। इलाहाबाद के कुं’भ मेले में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 4200 क’रोड़ रुपए का खर्च भी नहीं होना चाहिए था।” उदित राज के इस ट्वीट के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवा’र किया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कांग्रेस पर निशा’ना साधा है।
उन्होंने कहा, “ये गांधी परिवार की सच्चाई है। पहले ह’लफनामा देकर सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि भग’वान रा’म सिर्फ काल्प’निक हैं। उनका कोई अस्ति’त्व ही नहीं। अब कांग्रेस का कहना है कि कुंभ मेला भी बंद होना चाहिए। तभी तो दुनिया कहती हैं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सुविधावादी हिं’दू हैं।” सोशल मीडिया पर छिड़ी इस बह’स को देखते हुए उदित राज ने अपना ट्वीट डि’लीट कर दिया और साथ ही कहा, “मैंने कुं’भ मेले का उदाहर’ण दिया है। जनतंत्र में राज्य की जो अवधा’र’णा है कि सरकार का कोई धर्म नहीं है। इसलिए सबके लिए बराबर माप’दंड होना चाहिए।”