नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े के एक बयान की वजह से बीजेपी असमंजस में फंसी दिखाई पड़ रही है। बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने अपने एक बयान में दावा किया था कि, उनकी पार्टी के महाराष्ट्र के, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के नियंत्रण वाली 40 हज़ार करोड़ रुपए की केंद्रीय निधि का दुरुपयोग होने से बचाने के लिए बहुमत न होने के बाद भी उन्हें अल्पमत की सरकार का मुख्यमंत्री बनाया गया था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार अपने विवादित बयानों की वजह से अक़्सर सुर्खियों में रहते हैं। अनंत कुमार हेगडे के इस बयान पर राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, राज्य सरकार के लिए केंद्र को 40 हज़ार करोड़ रुपये का फंड लौटा पाना असंभव है। अगर यह सब कुछ सच है तो प्रधानमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने अपने बयान में कहा कि, “यह ना सिर्फ़ महाराष्ट्र बल्कि अन्य राज्यों के साथ भी अन्याय है। तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, और केरल की जनता इस तरह की नाइंसाफी को बर्दाश्त नहीं करेगी। वहीं दूसरी ओर देवेंद्र फडणवीस ने अनंत हेगड़े के बयान को ख़ारिज करते हुए कहा कि, “मैंने मुख्यमंत्री के रूप में इस तरह का कोई नीतिगत निर्णय नहीं लिया। ऐसे सभी आरोप झूठे हैं।” पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान के बाद भी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। और कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब की मांग कर रही है।