महाराष्ट्र में सिया;सी उ’ठाप’टक के बाद आख़िर शिवसेना- NCP-कांग्रेस की गठबं’धन वाली महा विकास अघा’ड़ी सर’कार ने उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री प’द के लिए चुना। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अपना काम सम्भाला है और कुछ निर्ण’य भी लिए हैं। आज इस सर’कार के लिए बड़ा दिन है क्योंकि आज उन्हें सदन में अपना बहुम’त साबित करना है। सदन की कार्रवाही शुरू हो गयी। लेकिन इस कार्र’वाही को भाजपा की ओर से ग़ल’त बताया जा रहा है।
सदन में देवेंद्र फडनवीस ने अपना मु’द्दा रखते हुए इस कहा कि सदन में निय’मों की अनदे’खी हो रही है। उन्होंने कहा कि “इस अधिनि’यम की शुरुआत निय’मों के हिसा’ब से नहीं हुई है। अधिनियम की शुरुआत वन्दे मा’तरम से होती है और अंत होता है राष्ट्रगीत से, जो उस रो’ज़ हो गया। इस तरह से ये एक नया अधिवे’शन है इसलिए इसकी शुरु’आत वन्दे मातरम से होनी चाहिए। और इस नए अधिवेश’न के लिए राज्यपाल की ओर से ऑर्ड’र आना चाहिए लेकिन ऐसा कुछ नहीं। किया। इसलिए ये अधिवेशन ही ग़लत ढंग से शुरू हुआ है। नियमों के ख़िलाफ़ सदन बुलाया गया है।”

देवेंद्र फडनवीस के इतना कहते ही विप’क्ष का हंगा’मा स’दन में शुरू हो गया। इस मा’मले पर सर’कार की पा’र्टी से कोई कुछ कहे उससे पहले ही प्रो’टेम स्पीकर दिलीप पाटिल ने ये कहकर उन्हें शां’त कर दिया कि उनके पास देवेंद्र फडनवीस की हर बात का जवाब है। देवेंद्र फडनवीस के बोलने के बाद स्पीकर ने बताया कि उन्हें राज्यपाल की ओर से ही चुना गया है। उनके पास राज्यपाल के ऑर्ड’र की प्रति भी उनके पास थी जिसे पढ़कर उन्होंने सुनाया। अब प्रोक्टेम स्पीकर ने उन्हें चुपचाप सद’न की का’र्रवाही चलने देने की बात कही और फडनवीस को सदन की कार्रवाही आगे ब’ढ़ाने के लिए कहा है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदे’शानुसार इस कार्रवाही का आज live टेलि’कास्ट हो रहा है।
शिवसेना- NCP-कांग्रेस की गठबं’धन वाली महा विकास अघाड़ी सरकार ने दा’वा किया है कि उनके पास 179 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। लेकिन अभी बहुम’त साबि’त करने तक मा’मला विप’क्ष की ओर से नहीं दिया जा रहा है। फडनवीस लगातार सरकार पर नियमों की अनदेखी का आरो’प लगा रहे हैं यही नहीं वो सरकार पर संविधान की अनदेखी और श’पथग्र’हण समा’रोह में ली गयी सभी श’पथ को भी ग़लत बताया है। प्रोटेम स्पीकर ने उन्हें को’र्ट के आ’देश, राज्यपाल के ऑ’र्डर की प्रति और संविधान के निय’मों का उदाहर’ण देकर चु’प करवा दिया और अब सदन की कार्र’वाही शुरू हो चुकी है।