बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) को लेकर सभी राजनीतिक दलों में सियासी घमा’सान मचा हुआ है। वहीं इसी के चलते बिहार के मुस्लिम बाहुल्य सीमांचल में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के अलावा अब मुस्लिम लीग (Muslim League) द्वारा भी चुनावी ताल ठोक दी गई है। सीमांचल की 13 सीटों पर मु’स्लिम लीग द्वारा चुनाव ल’ड़ने का ऐलान कर दिया गया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अल्हाज नईम अख्तर द्वारा कहा गया है कि, उनकी पार्टी ने तेलंगाना में मुसलमानों को 12% आरक्षण का लाभ दिलाया है और उसी तर्ज पर सीमांचल के लोगों को भी लाभ दिलाने का प्रयास किया जायेगा।
मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि, सीमांचल के मुसलमानों को अबतक उनका राजनैतिक-सामाजिक हक पूरी तरह नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि, हैदराबाद मॉडल की बात कर ओवैसी साहब मुस्लिम वोटों पर नजर गड़ाकर सीमांचल की जनता को महज लॉलीपॉप दिखा रहे हैं, जबकि हमने केरल में वह खास काम काम कर दिया है। मु’स्लिम लीग के नेता द्वारा कहा गया कि, कि क्या यही काम ओवैसी साहब ने भी हैदराबाद में यह कर लिया हो तो बता दें।
अख्तर द्वारा इस मुद्दे पर कहा गया कि, बिहार में केरल मॉडल पर काम जरुरी है। मु’स्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि, उनकी पार्टी सीमांचल की 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बिहार के मु’सलमानों की बेहतरी को मुद्दा बनायेगी। उन्होंने कहा कि आबादी के हिसाब से आरक्षण हमारी पार्टी की मांग है। वो दलितों के साथ लगातार काम और समर्थन हासिल कर रही है। मु’स्लिम शैक्षणिक संस्थानों से भेदभाव और दलितों को गो ह’त्या के नाम पर फसाया किया जा रहा है। दिल्ली में हुए फसाद के असली गुन’हगारों के साथ कड़ा सलूक नहीं किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मु’स्लिमीन यानी AIMIM द्वारा बिहार की 50 विधानसभा सीटों पर चुना’व ल’ड़ने का ऐलान किया गया है। होटल कौटिल्य जो की पटना में मौजूद है उसमें आयोजित हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में हैदराबाद के पूर्व मेयर माजिद हुसैन और AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान द्वारा इस बात की जानकारी देते हुए उन 18 सीटों के नामों की घोषणा की गई जिन पर AIMIM अपने उम्मीदवार उतारेगी। बता दें कि इसके पहले पार्टी ने 32 सीटों पर प्रत्याशी उतारने का ऐलान किया था।