दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आए दिन ज’नता के लिए कुछ न कुछ सुवि’धाएँ मुहैया करवाने के लिए आगे रहते हैं। बात चाहे बिज’ली और पानी के बि’ल मु’फ़्त करने की हो या सरकारी स्कूल में सुविधा उपलब्ध करवाने की। हाल ही में भाईदूज के मौ’क़े पर अरविंद केजरीवाल ने एक और नयी सेवा शुरू की उन्होंने दिल्ली की बसों में महिलाओं के लिए मु’फ़्त सफ़’र की घो’षणा की। अब जो भी महिलाएँ बस में बैठती हैं उन्हें एक ख़ास पिंक पास दिया जाता है जिसे लेकर वो फ़्री सफ़र कर सकती हैं इस पिंक पास की संख्या के आधार पर ये अंदाज़ा लगाया जाएगा कि कितनी महिलाओं को इस सुविधा का ला’भ मिला।
कल से ही इस सुविधा ने महिलाओं के चेहरे पर चमक ला दी है। वहीं इस सुविधा से आम महिलाएँ कितनी ख़ुश हैं और उनका इस बारे में क्या कहना है ये जानने के लिए मुख्यमंत्री अरविन्द आज सुबह से ही दिल्ली की अलग-अलग जगहों में बसों में सफ़र करने पहुँच गए। जी हाँ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ज’नता के बी’च बस में सफ़’र करने पहुँचे जहाँ उनके साथ कुछ मीडि’या वाले भी थे जो उनसे स’वाल- जवा’ब करने लगे।

जब अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं से जानना चाहा कि उन्हें इस सुविधा से कैसा लग रहा है तो एक महिला ने कहा कि “पहली बार VIP वाली फ़ीलिं’ग आ रही है, एक आम इंसान को VIP अरविंद केजरीवाल ही बना सकते हैं”। वहीं जब बस में सवार अरविंद केजरीवाल से मी’डिया ने सवाल किया कि इस तरह की सुवि’धा चु’नाव से पहले शुरू करना क्या चु’नावी स्टं’ट है? यही टि’प्पणी विप’क्ष भी करता रहा है। इस पर केजरीवाल ने कहा कि उन्हें ज’नता के लिए काम करना है और इसके लिए वो समय नहीं देखते। विप’क्ष कुछ न कुछ कहता ही रहता है।
यहाँ केजरीवाल ने राजी’व गांधी का उदाह’रण देते हुए कहा कि वो कहते थे कि सरकार की ओर से निकला 100 रुपए जनता तक पहुँचते- पहुँचते 15 रुपए ही रह जाता है। तो हम वही बाक़ी का 85 रुपए जो’ड़कर ज’नता का पैसा ज’नता के लिए ही ख़’र्च कर रहे हैं। जब केजरीवाल से एक मीडि’याक’र्मी ने पूछा कि उन्हें क्या लगता है चु’नाव में कौन जी’तेगा? इस पर केजरीवाल ने कहा कि इसका जवाब आप मुझसे नहीं ज’नता से पूछिए, इस पर पास खड़ी एक महिला ने कहा कि “इस बार सिर्फ़ एक ही आदमी जीतेगा वो हैं केजरीवाल” वहीं मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि ज’नता के लिए काम किया जाए तो ज’नता ख़ुश होती है और उनकी ख़ुशी वो’टों के ज़रिए न’ज़र भी आती है। हम ज’नता के सेव’क हैं और हमें उनके लिए ही काम करना है।