किसान आंदोलन की वजह से हरियाणा सरकार खतरे में नज़र आ रही है लगातार हो रहे किसान आंदोलन की वजह राजनीति काफी गर्म है हाल ही में पश्चिम बंगाल में विधान-सभा चुनाव होने वाला है सारी पार्टिया सत्ता पाने के लिए पूरी दम लगा रही है भाजपा ने भी अपनी पुरज़ोर कोशिश कर रही है तो वही ममता बनर्जी अपनी शाख बचाने के लिए पूरी ताकत झोक रही है टीएमसी और तेजस्वी ने गढ़बंधन कर लिया ताकि भाजपा को मात दे सके. तो इसी बिच हरियाणा में भाजपा और जेजेपी वाली गढ़बंधन वाली सरकार पर खतरा मडरा रहा है.
कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली बीजेपी-जेजेपी गठबंधन सरकार पर दबाव लगातार बढ़ रहा है, एक तरफ किसान आंदोलित हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस ने खट्टर सरकार के खिलाफ विधानसभा सत्र के पहले दिन ही अविश्वास प्रस्ताव ले कर आए है.
आज हरियाणा विधानसभा की शुरूआत से पहले कांग्रेस ने विधानसभा स्पीकर को सौंपा अविश्वास प्रस्ताव सौंपा जिस पर 23 विधायको के हस्ताक्षर है, अविश्वास प्रस्ताव सौंपाते ही भाजपा और जेजेपी की चिंता बाद गई है, कांग्रेस ने प्रस्ताव लाने का कारण खट्टर सरकार में भरोसा न होना बताया है, कांग्रेस द्वारा दिए इस प्रस्ताव पर 10 मार्च को चर्चा होगी, इस दौरौन आफताब अहमद समेत कई विधायक सचिवालय पहुंचे थे.