महामा’री कोरो’ना वाय’रस थमने के बजाए दिन-बा-दिन बढ़ती ही जा रही है। भारत में भी इसका खासा प्रको’प दिखाई दे रहा है, अबतक भारत में इस जानलेवा बीमा’री के 71.75 लाख से ज़्यादा माम’ले साम’ने आ चुके हैं और रोज़ाना माम’लों में इज़ाफ़ा होता जा रहा है। इसी सिलसिले के बीच मंगलवार यानी आज को स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन का बयान आया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अगले साल की शुरुआत तक भारत में कोरो’ना वैक्सीन आ सकती है। उन्होंने मंत्री समूह की बैठक में कहा कि हमें उम्मीद है कि हमारे पास एक से ज्यादा स्त्रोत से वैक्सीन उपलब्ध होगी।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा, “हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत में एक से अधिक स्रोतों से देश में वैक्सीन उपल’ब्ध होनी चाहिए। देश में टीकों का वितर’ण किस प्रकार से किया जाए इसे लेकर हमारे विशेषज्ञ समूह पहले से ही र’णनीति तैयार करने में जु’टे हुए हैं। हम निश्चित रूप से कोल्ड चेन सु’विधाओं को मजबूत कर रहे हैं।” इससे पहले भी हर्षवर्धन कोरो’ना पर बयान दे चुके हैं। उन्होंने रविवार को कहा था कि भारत में कोरो’ना वैक्सीन के इमरजेंसी ट्रा’यल की मंजूरी पर फिलहाल सरकार ने कोई फैसला नहीं किया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की खातिर टीके के आपा’तकालीन प्रयोग की अनुमति देने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और प्रभावी आंकड़ों की जरूरत होगी। आंकड़ों के आधा’र पर ही आगे की कार्रवाई नि’र्भर करेगी।” उन्होंने आगे कहा, “भारत की बड़ी आबादी को देखते हुए एक वैक्सीन या एक वैक्सीन विनिर्माता पूरे देश की वैक्सीन की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता है। इसलिए हम भारतीय आबादी के लिए उनकी उपलब्धता के अनुसार, देश में कई COVID-19 वैक्सीन को पेश करने की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए स्वतंत्र हैं।”