Afganistan: चार दशको से अफगानिस्तान जं’ग का मै₹दान बना हुआ है सोवियत जं’ग के बाद अफगानिस्तान में कबायली आपस मे एक दूसरे से ल’ड़ाई करने लगे उसके बाद ता’लिबान के उ’दय होता है उन्होंने 90 प्रतिशत अफगानिस्तान पर क’ब्जा कर लेते हैं और इमारत इस्ला’मीया का ए’लान करते हैं 11 सितंबर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद अ’लका’यदा को ख’त्म करने के लिए अमेरिका ने अफगानिस्तान में ता’लिबान पर हम’ला करके उनकी सरकार को खत्’म कर दिया।
लेकिन अफगानिस्तान में शां’ति क़ा’यम नही हो सकी आखिर 20 साल के बाद अमेरिका और ता’लिबान के बीच शांति समझौता होने के बाद अमेरिका अफगानिस्तान से वापसी का ऐलान कर दिया ता’लिबान ने अफगानिस्तान में फिर अपनी ता’कत दिखाते हुए फौ’जियों पर ह’मला शुरू कर दिये जहां विदे’शी फौ’जियों की वापसी के बाद से अब तक तालिबान में 100 से ज्यादा जिलों पर क’ब्जा कर लिया है ।
लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है वह पूरी दुनिया को बे’चैन कर सकती है क्योंकि एक स्थानीय ईरानी अखबार ने अफगानिस्तान में “शि’या मो’बिलाइ’जेशन” या “अल-हशद अल-शिया” नामक एक नए मि’लिशि’या के ग’ठन का खु’लासा किया है संग’ठन को ता’लिबान से लड़ने के लिए बनाया गया है अखबार के मुताबिक, ईरानी मि’लिशिया हाल ही में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के शि’या क्वार्टर में नजर आई है और ता’लिबान से लड़’ने की तैयारी कर रही है।
इसके साथ, नया संगठन एक अन्य ईरानी समर्थित अफगान गुट में शामिल हो गया, जिसे पहले से ही “फाति’मियों ब्रि’गेड” के रूप में जाना जाता है। फा’तिमियों मिलि’शिया को अल-कुद्स ब्रिगेड से वित्तीय, सामग्री और सैन्य सहायता प्राप्त होती है, फा’तमियों मि’लिशिया में कम से कम 30,000 लड़ा’के बताए जाते हैं । ये लोग सी’रिया यु’द्ध में भाग लिया था । लेकिन ईरान के विदेश मंत्री का कहना है कि उनकी तादाद 5000 है और वो ISIS के आतं’कि’यों से लड़’ने के लिए अफगान फौ’जियों की मदद के तौर पर काम करेगी।