मुंबई: महाराष्ट्र में शतरंजी चालों में भाजपा को मात देकर सरकार बनाने वाली शिवसेना ने अब पड़ोसी गोवा के लिए भी कमर कसनी शुरू कर दी है. शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत पिछले कुछ दिनों में राज्य के सबसे समझदार नेताओं में से एक उभर कर आये हैं. राउत का शुरू में लोगों ने बहुत मज़ाक़ बनाया लेकिन वो इससे विचलित नहीं हुए, उन्होंने शानदार तरह से भाजपा की हर चाल में उसको हारने में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की मदद की.
अब राउत की नज़र गोवा की भाजपा सरकार पर है. राज्यसभा सांसद संजय राउत ने यह कहकर हलचल पैदा कर दी है कि महाराष्ट्र की राजनीति ख़त्म हुई अब हम सभी गोवा में व्यस्त हैं. उनके इस बयान के बाद गोवा में भी हलचल देखी गई. हालाँकि गोवा के उपमुख्यमंत्री मनोहर अजगांवकर ने दावा किया कि वह सपने देख रहे हैं। गोवा के लोगों के पास एक मज़बूत सरकार है. अजगाँवकर के बयान से साफ़ है कि उनको भी चिंता ज़रूर है.
महाराष्ट्र की बात करें तो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाडी सरकार शनिवार के रोज़ बहुमत सिद्ध करेगी. विधानसभा सूत्रों का कहना है कि वह शनिवार का बहुमत परीक्षण हो सकता है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने ठाकरे को तीन दिसंबर तक बहुमत साबित करने के लिए कहा है।
शिवसेना के अब्दुल सत्तार ने कहा, ‘कल बहुमत परीक्षण हो सकता है। हम तैयार हैं। पहले हमारे पास 162 विधायकों का समर्थन था। अब यह संख्या 170 हो गई है। यह संख्या और बढ़ेगी। लेकिन इस बात में कोई संदेह नहीं है कि इस सरकार के पास बहुमत है। ये तीनों पार्टियां पांच साल अच्छा प्रदर्शन करेंगी और अगले 10 सालों तक सत्ता में रहेंगी।’
जहाँ एक ओर महाराष्ट्र में शिवसेना ने सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की है तो वहीं दूसरी ओर अब वो गोवा में नज़र कर के भाजपा को और परेशान कर सकती है.गोवा भाजपा के नेताओं में राउत के बयान के बाद चिंता लगी. असल में राउत ने भी ये बयान तब दिया जब गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष और गोवा के पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री विजय सरदेसाई ने अपने तीन विधायकों के साथ शिवसेना के साथ गठबंधन कर लिया. इसके बाद राउत ने कहा कि एक नया राजनीतिक गठबंधन गोवा में बन रहा है जैसे महाराष्ट्र में बना..जल्दी ही गोवा में भी आपको चमत्कार दिखाई देगा.