मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन के बाद से इस बारे में सवाल पूछे जा रहे थे कि मंत्रियों को विभाग अब तक क्यूँ नहीं दिए गए. परन्तु अब इस सवाल का जवाब महाराष्ट्र की सरकार ने दे दिया. महाराष्ट्र सरकार में मंत्रालयों का बँटवारा हो गया है. शिवसेना के एकनाथ शिंदे को गृह विभाग मिला, जबकि कांग्रेस के बाला साहेब थोरात को राजस्व विभाग मिला. वहीं, वित्त मंत्रालय NCP के जयंत पाटिल के हिस्से में आया. इसके अलावा NCP के छगन भुजबल को जल संपदा और ग्राम विकास मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.
इसके अलावा उद्योग और खेल महकमा सुभाष देसाई के पास रहेगा. दूसरी तरफ कांग्रेस के नितिन राउत को PWD मंत्रालय दिया गया है. उल्लेखनीय है कि उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पड़ की शपथ ली थी. उनके साथ 6 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी. ऐसा माना जा रहा था कि गृह मंत्रालय ख़ुद उद्धव ठाकरे अपने पास रखना चाहते थे लेकिन इस बात पर कांग्रेस और एनसीपी राज़ी नहीं थे.
महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी की ‘महा विकास अघाड़ी’ के नेतृत्व में सरकार बनी है. भाजपा ने भी सरकार बनाने की कोशिश की थी और इसको लेकर उसने एनसीपी के नेता अजीत पवार को अपने साथ लिया था. परन्तु अजीत पवार उस तरह की बग़ावत अपनी पार्टी में नहीं करा सके जिसकी उम्मीद भाजपा को रही होगी. इस वजह से 80 घन्टे मुख्यमंत्री बने देवेन्द्र फडनवीस को इस्तीफ़ा देना पड़ा. इस पूरे राजनीतिक घटनाक्रम में एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार को राजनीतिक विश्लेषकों ने चाणक्य कह कर पुकारा है. उनके बारे में कहा गया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह भी उनकी चालों को समझ नहीं सके और गच्चा खा गए.