बिहार में भले ही एन डी ए ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर ली हो लेकिन इसके बाद भी एन डी ए में शामिल दल लगातार एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. इस बीच अब बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी एनडीए की बैठक में लोजपा अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान को बुलाएं जाने पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कहा है कि चिराग पासवान ने एन डी ए के पीठ में छुरा घोपने का काम किया था.
उन्होंने आगे कहा है कि एन डी ए की बैठक में चिराग को बुलाये जाने पर गलत संदेश जाएगा और उन्हें इस बैठक में शामिल नहीं करना चाहिए था. उन्होंने आगे कहा है कि भाजपा इ इस फैसले ने सभी को आहत करने का काम किया है. हालाँकि अभी यह साफ़ नहीं हो पाया है कि जीतन राम मांझी एन डी ए में आगे भी बने रहेंगे या फिर उसका साथ छोड़ देंगे. दर असल बीते बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने एनडीए ने इतर जदयू के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा था जिसकी वजह से जदयू को पचीस सीट पर हर का सामना करना पड़ा था.
लेकिन अब जब एनडीए ने बैठक में चिराग पासवान को बुलाया है तो इस पर जदयू भी चुप है. इसके बाद मांझी की पार्टी इ इस विरोध में लोजपा की तरफ से भी बयान आया है. अब लोजपा के प्रवक्ता अशरफ अंसारी का कहना है कि मांझी और उनकी पार्टी सत्ता से चुपकी रहना चाहती है और उनमे सत्ता से अलग होने का साहस नहीं है. इसके अलावा अंसारी ने अपनी पार्टी लोक जन शक्ति पार्टी को शेरो की पार्टी बताया है.
इसके अलावा उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी हमेशा से नीतीश और उनकी नीतियों के सामने रही है. उन्होंने आगे कहा है कि सब तक बिहार में विकास नहीं आ जाता है तब तक वह ऐसे ही सवाल करते रहेंगे.