लखनऊ: ये बात तो वि’रोधी भी मानते हैं कि समाजवादी पार्टी भले ही चुनावी मैदान में कुछ कमाल पिछले दिनों नहीं दिखा सकी हो लेकिन उसके कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में बड़ी संख्या में मौजूद हैं. जानकार तो यहाँ तक दावा करते हैं कि राज्य की सत्ता पर क़ाबिज़ भाजपा के पास भी इतने कार्यकर्ता नहीं हैं. यही वजह है कि सपा विपक्ष में होने के बाद भी अपने आपको ज़मीन पर मज़बूत बनाये हुए है.
इसी को देखते हुए बसपा और कांग्रेस के कई नेता सपा का रुख़ कर रहे हैं. एक बड़े घटनाक्रम में पूर्वांचल के दिग्गज नेता रमाकांत यादव ने सपा में शामिल होने का फ़ैसला किया. उनके अलावा पूर्व सपा सांसद फूलन देवी की बहन रुक्मणि देवी निषाद ने भी सपा का झंडा उठा लिया. इतना ही नहीं बसपा के पूर्व एमएलसी अतहर ख़ान ने भी सपा ज्वाइन कर ली.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में कई कार्यकर्ताओं के साथ ये नेता सपा में शामिल हुए. इस अवसर पर रमाकांत यादव ने कहा,”अपने घर परिवार में आने के बाद खुश हूं। देश के जो हालात और राजनीतिक समस्या है, हर कोई आशा भरी निगाह से अखिलेश की ओर देख रहा है। सांप्रदायिक और फिरकापरस्त ताकतों का फन अखिलेश ही कुचल सकते हैं। एक सिपाही के रूप में, कार्यकर्ता के रूप में मैं काम करूंगा।”
रुक्मणी निषाद ने कहा,”ताली पीटने से नहीं एक-एक वोट बटोरने से जीत मिलेगी.” रमाकांत यादव के बारे में अपनी राय रखते हुए अखिलेश ने कहा,”उनके साथ कई बार काम किया है। बीच में दूरियां बनी लेकिन अब कोई दूरी नहीं रहेगी.” उन्होंने कहा,”कोशिश होगी कि अधिक से अधिक साथियों को जोड़ा जाए, जिससे चुनौती का मिलकर सामना किया जा सके।”