प्रयागराज. सोशल मीडिया के दौर में सबको अपनी बात कहने का हक़ तो है लेकिन कई बार बातें ऐसी हो जाती हैं जिनका न सर होता है न पैर. ख़बरें कुछ इस तरह से सोशल मीडिया पर आ रही थीं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व ख़ुश नहीं है और उन्हें हटाने की मांग कुछ लोग कर रहे हैं. हालाँकि ये ख़बर कुछ ख़ास दम वाली नहीं थी.
इस बीच ख़बर आ रही है कि प्रतापगढ़ में भाजपा के पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने फेसबुक पर प्रदेश के मुखिया योगी के स्थान पर पूर्व आइएएस अधिकारी अरविंद शर्मा को बेहतर विकल्प का पोस्ट डालकर खलबली मचा दी है। इसे लेकर पार्टी स्तर पर अंदर ही अंदर पूर्व विधायक के खिलाफ कार्रवाई की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। भाजपा नेता व पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने मंगलवार को फेसबुक पर एक पोस्ट जारी किया।
Yogi Adityanath
उसमें उनकी तरफ से लिखा गया कि उनकी भाजपा पार्टी में बड़े फ़ेरबदल की चर्चा जोरों पर है। हाल ही में स्वेच्छा से सेवानिवृत्ति लेने वाले गुजरात कै़डर के आइएएस अधिकारी अरविंद शर्मा को डिप्टी सीएम बनाने की भी चर्चा आम है। शर्मा जी के बारे में सुना है कि वह प्रशासनिक नौकरी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के बेहद करीब थे । गुजरात और देश से जुड़े कई बड़े मामलों में उनसे राय भी ली जाती रही है।
अगर अरविंद शर्मा जैसे ईमानदार प्रशासनिक अधिकारी और सहज सरल स्वभाव के व्यक्ति के हाथ सूबे की कमान सौंप दी जाए तो हमें लगता है कि इस उत्तर प्रदेश के भी दिन पुनः अच्छे हो जांएगे। उन्होंने अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए कहा है कि हम प्रदेशवासी अनुरोध करते हैं कि पूर्व आइएएस अधिकारी अरविंद शर्मा को प्रदेश की बागडोर सौंप कर (मुख्यमंत्री बना कर) प्रदेश के जनमानस का खोया हुआ भरोसा पुनः हासिल किया जा सकता है।
इस पोस्ट के आते ही भाजपा में गहमागहमी देखने को मिली. विपक्ष भी इस मुद्दे को ज़ोर शोर से उठाने में लग गया है. भाजपा नेता अब बचते नज़र आ रहे हैं. दूसरी ओर मामले के तूल पकड़ने के बाद पूर्व विधायक बृजेश मिश्र सौरभ ने एक समाचार पत्र से बात करते हुए कहा कि उन्होंने प्रदेश के हालात को देखते हुए जनहित में फेसबुक पर यह पोस्ट किया है। मन की बात कहना कोई गुनाह नहीं है। अगर यह गुनाह है तो उन्हें स्वीकार्य है।