मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीतिक उथल-पुथल पर जहाँ शिवसेना और भाजपा आपस में उलझे हुए हैं वहीँ NDA में शामिल RPI (A) के नेता रामदास अठावले ने आदित्य ठाकरे पर ऐसा बयान दिया है जो शिवसेना को अच्छा नहीं लगेगा. उन्होंने आदित्य ठाकरे को नौसखिया बताया है.अठावले ने सुझाव दिया कि भविष्य में अगर अवसर मिले तो शिवसेना अध्यक्ष एवं आदित्य के पिता उद्धव ठाकरे इस शीर्ष पद के बारे में सोचें.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा भाजपा को उसके गठबंधन साथियों के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाने का न्योता दिया है.इसके बाद अठावले ने ये टिप्पणी की. इस अवसर पर अठावले के अलावा महाराष्ट्र के मंत्री सदाभाऊ खोट, राष्ट्रीय समाज पक्ष के नेता महादेव जानकर और शिव संग्राम के विनायक मेते उपस्थित थे. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में अठावले ने शिवसेना से अनुरोध किया कि वह भाजपा पर ढाई-ढाई साल के लिये मुख्यमंत्री पद बांटने को लेकर जोर नहीं डाले.
अठावले ने कहा कि शीर्ष पद को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच टकराव के कारण सरकार गठन में देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बरसात के चलते किसान संकट में हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अगर शिवसेना कांग्रेस या राकांपा के साथ हाथ मिलाती है तो यह गलत होगा. नियम के अनुसार राज्यपाल को सबसे बड़ी पार्टी को सरकार गठन के लिये आमंत्रित करने का अधिकार है.”
केन्द्रीय मंत्री ने कहा,”उन्होंने (राज्यपाल ने) यह भी कहा कि इसे (सरकार गठन) जल्द किया जाये. उन्होंने कहा कि अगर स्पष्ट बहुमत का प्रस्ताव उन्हें नहीं मिलता है तो वह अपने अधिकार का इस्तेमाल करेंगे.” इस बारे में अठावले ने कहा कि महाराष्ट्र में एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन में थे और ये फ़ॉर्मूला था कि जिसकी सीटें ज़्यादा होंगी वही मुख्यमंत्री बनेगा. अठावले ने कहा कि हरियाणा में भी मुख्यमंत्री पद भाजपा की मनोहर लाल खट्टर सरकार के पास है जबकि कुछ सीटें जीतने वाले जननायक जनता पार्टी (जजपा) के दुष्यंत चौटाला उनके उपमुख्यमंत्री बने हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘ढाई-ढाई साल का यह प्रयोग (मुख्यमंत्री पद साझा करने का) देश में नहीं हुआ है. इसलिए मुझे लगता है कि शिवसेना को ऐसी मांग नहीं करनी चाहिए.” उन्होंने कहा, ‘‘मेरा सुझाव है कि भविष्य में उद्धव जी को मुख्यमंत्री बनने के बारे में सोचना चाहिए. आदित्य हैं, लेकिन उनके पास अभी उतना उतना अनुभव नहीं है. उन्होंने सवाल किया कि अगर आदित्य को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो राज्य कैसे चलेगा.