बिहार में अपनी स’त्ता जमाने के लिए सभी राजनी’तिक दल पुरजो’र कोशिशों में लगी हुई हैं। इसके लिए वह बिहार की जनता को लु’भाने के लिए बड़े बड़े वादे भी कर रहे हैं। इसी क्रम में रा’ष्ट्रीय जनता दल यानी आरजेडी ने आज अपना मेनिफेस्टो का ऐलान कर दिया है, जिसमें आरजेडी ने जनता से 10 लाख नौकरी देने का वादा कर प्राथमि’कता दी है। मेनिफेस्टो में आगे तेजस्वी यादव ने कहा कि वह भाजपा की तरह लोगों को नौकरी के नाम पर धो’खा नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम भी एनडीए की तरह झू’ठे वादे कर सकते थे, पर हम जो कहते हैं वह कर के दिखाते हैं।
तेजस्वी ने कहा, “हमारे घो’षणा पत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकर’ण, ग्रामोत्थान, सरकारी नौकरियों में सुधा’र, सांस्कृ’तिक उन्नयन, जलवायु परिव’र्तन के लिए संक’ल्प आदि शामिल किए गए हैं।” उन्होंने मोदी सरकार पर हम’ला करते हुए कहा, “जो लोग 10 लाख नौकरी के वादे पर उनकी आलोचना कर रहे थे, उन्हें भी अब समझ में आ गया है। मौजूदा समय में साढ़े चार लाख पद शिक्षा विभाग में खाली पड़े हैं। इनके अलावा चिकित्सा और पु’लिस विभाग में भी पद खाली हैं।”
इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि वह बीजेपी की तरह कचरा साफ करने या पकौ’ड़े तलने की बात नहीं कर रहे हैं, वह सरकारी नौकरी देने की बात कर रहे हैं। घोषणा पत्र में आगे तेजस्वी यादव ने भाजपा पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, भाजपा बताए कि उनका मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन है? “नीतीश जी ने तो पहले ही 10 लाख नौकरियों पर हाथ ख’ड़े कर दिया, अब भाजपा कैसे 19 लाख नौकरियां देगी?” साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार संवि’दाकर्मियों का मानदेय दोगुना करेगी।