नई दिल्ली: कहते हैं कि जब सत्ता आती है तो दुश्मन भी दोस्त की तरह बर्ताव करने लगते हैं लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता. कुछ लोगों को जब ये लगता है कि सत्ता से उन्हें या उनके समर्थकों को कुछ ख़ास फ़ायदा नहीं हो रहा तो वो बग़ावत पर उतर आते हैं. कुछ ऐसा ही हो रहा है उत्तराखंड में. उत्तराखंड में इस समय भाजपा की सरकार है लेकिन भाजपा के कुछ नेता अपनी पार्टी से ख़ुश नहीं हैं. नाराज़गी सरकार को लेकर भी है और उन्हें तवज्जो न मिलने को लेकर भी.
अब इन नेताओं पर भाजपा ने बड़ी कार्यवाई कर दी है. भाजपा ने इस गुट में से 90 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. एक तरह से पार्टी ने ये सन्देश देने कि कोशिश भी की है कि किसी भी तरह की पार्टी वि’रोधी एक्टिविटी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. बताया जा रहा है कि पार्टी कई और नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा सकती है लेकिन ये कार्यवाई उन्हें चेताव’नी देने के लिए ही है.
आपको बता दें कि कई नेता पिछले कुछ समय से कह रहे थे कि भाजपा की सरकार में उनकी सुनी नहीं जा रही है. इसी बात को लेकर लगातार पार्टी में गतिरोध चल रहा था. ना’राज़ नेताओं से बात करने की कोशिश तो की गई लेकिन इन नेताओं का कहना है कि पार्टी उनकी सुनना नहीं चाह रही थी बल्कि अपनी बात बताना चाह रही थी. यही वजह रही कि मूद्दा यहाँ तक पहुँच गया. राज्य की विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी इस मामले पर पैनी नज़र बनाए हुए है.